नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने 01 अप्रैल 2022 को वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए अपने अनंतिम परिणामों की घोषणा 534.71 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे के साथ की है , जो वित्तीय रूप से अच्छी तरह से प्रशासित नगरपालिका संगठन के रूप में पिछले कुछ वर्षों से लगातार जारी है। सभी परिणाम राजस्व और पूंजी खाते दोनों पर बढ़ी हुई प्राप्तियों को दर्शाते हैं। कुल प्राप्तियां रु. 4019.08 करोड़, वर्ष के संशोधित अनुमानों से 5.37 प्रतिशत अधिक है ।
यह संग्रह राजस्व और पूंजी खातों दोनों में महत्वपूर्ण वृद्धि दर्शाता है। 3494.21 करोड़ रुपए की राजस्व प्राप्तियां वर्ष के संशोधित अनुमानों से 4.73% अधिक और पिछले वर्ष के वास्तविक अनुमान से 11.76% अधिक हैं। पूंजी प्राप्तियां, रु. 524.87 करोड़ भी संशोधित अनुमान से 9.84 प्रतिशत अधिक है।
प्रमुख योगदान संपत्ति कर संग्रह से आया है, जो अब तक के सबसे अधिक 942.32 करोड़ रुपये के आंकड़े पर है, जो पिछले वर्षों के संग्रह से 36.41% अधिक है और 2018-19 में संग्रह से 47.6% अधिक है। यह इस तथ्य के बावजूद है कि पालिका परिषद ने पिछले पांच वर्षों से अपनी संपत्ति कर दरों में कोई वृद्धि नहीं की है। वर्ष के दौरान पालिका परिषद ने पिछले बकाया की वसूली और अतिरिक्त करदाता सुविधा के लिए एक नया पोर्टल शुरू करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक अभियान शुरू किया था।
ये परिणाम COVID 19 से प्रभावित पिछले दो वर्षों में अन्यथा कम उत्साहजनक आर्थिक परिदृश्य में प्राप्त हुए हैं। पालिका परिषद ने कर दरों में कोई वृद्धि नहीं की थी और साथ ही COVID 19 समय के दौरान अपने नागरिकों को विभिन्न राहत और समय सीमा विस्तार भी दिया था। कुछ महत्वपूर्ण प्रयास और पहल, जैसे DISCOM (बिजली वितरण) बजट को अलग करना, ब्लॉकचैन और पेपरलेस वर्किंग जैसी नवीन आईटी पहलों के साथ-साथ ठेकेदारों को पेपरलेस बिल जमा करने की सुविधा संगठन को मजबूत कर रही है और इसके परिणामस्वरूप बेहतर प्रदर्शन हो रहा है।
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