लॉस एंजेलिस| अमेरिका के लॉस एंजेलिस में आयोजित 89वें अकादमी पुरस्कारों में ‘ला ला लैंड’ को गलती से सर्वश्रेष्ठ फिल्म घोषित कर दिया गया, लेकिन बाद में प्रस्तोता ने अपनी भूल सुधारते हुए ‘मूनलाइट’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म बताया। वॉरेन बीटी और फाये डुनावे को विजेता का नाम घोषित करने के लिए मंच पर बुलाया गया था। उन्होंने गलती से ‘ला ला लैंड’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म घोषित कर दिया।
इस घोषणा के बाद ‘ला ला लैंड’ की पूरी टीम मंच पर पहुंची और दर्शकों को संबोधित करने लगी कि तभी एक प्रतिनिधि ने कहा, “गलती हुई है। मूनलाइट ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता है। यह मजाक नहीं है। इन्होंने गलत नाम पढ़ दिया है। ‘मूनलाइट’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला है।”
‘मूनलाइट’ ऑस्कर जीतने वाली कथित तौर पर अब तक की सबसे कम बजट (15 लाख डॉलर) में बनी फिल्म है।
इस श्रेणी में ‘मूनलाइट’ के साथ ‘हिडन फिगर्स’, ‘हेल ओर हाई वाटर’, ‘अराइवल’, ‘लॉयन’, ‘ला ला लैंड’, ‘फेंसेस’, ‘मैनचेस्टर बाइ द सी’ और ‘हैकशॉ रिज’ भी नामांकित थीं।
‘मूनलाइट’ क्यूबा के एक अश्वेत युवक की कहानी है जो मियामी में कड़े संघर्षो से जूझता है। इस फिल्म की जीत को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए एक कड़े संदेश के तौर पर देखा जा रहा है, जिन्होंने देश में आव्रजकों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है।
ऑस्कर के मेजबान जिमी किमेल ने इस चूक पर जिम्मेदारी लेते हुए कहा, “मैं इसके लिए खुद को जिम्मेदार मानता हूं।”
ऑस्कर में हुई इस घटना ने पिछले साल मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता के फिनाले की याद दिला दी जब शो के मेजबान स्टीव हार्वे ने गलती से गलत विजेता के नाम का ऐलान कर दिया था।
–आईएएनएस
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