एस.पी. चोपड़ा,
नई दिल्ली। बेटियां सभी की लाड़ली होती हैं। लेकिन समाज में फैली कुरीतियों के कारन इन्हे अभिशाप समझा जाता रहा है। अब समय बदल रहा है। सरकार से लेकर तमाम संस्थाएं लोगो को जागरूक कर रही हैं।
बेटी बचाओ की इसी मुहीम में अपना योगदान देने के लिए कड़कड़डूमा में डैज़ल वाक विद मोम का आयोजन किया गया। जिसमे नन्हे बच्चो ने अपनी मां की अंगुली थम कर रैंप पर अपने जलवे बिखेरे।
परीसा कम्युनिकेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में रंग बिरंगे परिधानों से सज्जे बच्चो की हर अदा मन को लुभावने वाली थी। कार्यक्रम में अतिथि कांग्रेस के नसीब सिंह ने कहा की अगर बेटियां न होती तो इंसान और जीवन का अस्तित्व ही नहीं होता।
आज पढाई से लेकर नौकरी और समाज के हर काम में बेटियां जिस तरह अपने आपको साबित कर रही हैं वो इस बात का प्रतीक है कि उन्हें कमतर आंकना बड़ी भूल है।
कार्यक्रम में मुख्या अतिथि फिल्म निर्माता योगेश अब्बी ने कहा की नन्हे बच्चे प्रतिभा के धनी है। वो ऐसी कच्ची मिटटी हैं जिन्हे बचपन में बहुत ध्यान से तराशने की जरुरत है। बच्चे केवल किसी परिवार की नहीं बल्कि देश की धरोहर हैं। इनकी परवरिश करते हुए बहुत संवेदनशीलता की जरुरत है। तभी देश का ये भविष्य हमें नया मुकाम हासिल करने में मददगार साबित होगा।
इस शो के लिए देशभर से कई मेकअप आर्टिस्ट ओर हेयर एस्टालिस आये हुए थे। जिन्हें अमित धुरिया की टीम ने आमन्त्रित किया था। इनमें से एक मेकअप आर्टिस्ट सुनीता खरलिया को उनके द्वारा किये गए बेस्ट मेकअप ओर हेयर ड्रेसिंग के लिए उन्हें अवार्ड दिया गया।
कार्यक्रम की आयोजक परीसा कम्युनिकेशन की प्रबंध निदेशक तबस्सुम हक़ ने कहा की उन्होंने ये प्रण लिया है कि उनकी कंपनी अपना हर कार्यक्रम किसी न किसी सामाजिक बुराई को ख़तम करने के लिए समाज को जागरूक करने या किसी अच्छे उद्देश्य को साकार करने के लिए ही करेगी। इस मौके पर मिसेज इंडिया बबिता चौधरी और समाजसेवी राजेश अरोरा ने भी रैंप वाक करने वाली महिलाओं और मेकअप आर्टिस्टों को सम्मानित किया।
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