लखनऊ| केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को ट्रांसपोर्ट नगर रेलवे स्टेशन पर लखनऊ मेट्रो की पहली सेवा का उद्घाटन किया। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री, स्थानीय विधायक और केंद्रीय गृह और शहरी विकास राज्य मंत्री हरदीप पुरी सहित परियोजना के मुख्य सलाहकार ई. श्रीधरन भी इस मौके पर मौजूद थे।
8.5 किलोमीटर लंबी यह लखनऊ मेट्रो सेवा बुधवार से ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग रेलवे स्टेशन तक जनता के लिए खोल दी जाएगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में परियोजना के जल्द पूरा होने के पीछे रही टीम की सराहना करते हुए कहा कि मेट्रो से राज्य की राजधानी में यातायात की भीड़ घटेगी।
श्री #YogiAdityanath ने केंद्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल श्री राम नाईक व मंत्रीगण के साथ मेट्रो में सफर किया। #जनताकीमेट्रो pic.twitter.com/U2QVNOSglo
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) September 5, 2017
इस दौरान उन्होंने आश्वासन दिया कि लखनऊ मेट्रो परियोजना के अन्य चरणों पर काम जल्द से जल्द पूरा हो जाएगा।
आदित्यनाथ ने परियोजना के लिए यूरोपीय निवेश बैंक से ऋण उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि कई अन्य शहरों में इसी तरह की परियोजनाओं के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) केंद्र सरकार को प्रस्तुत की गई है। आदित्यनाथ ने कहा कि मेट्रो रेल सेवाएं जल्द ही कानपुर, वाराणसी और झांसी के निवासियों और अन्य स्थानों के लिए भी उपलब्ध होंगी।
इस दौरान आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर कटाक्ष करने का मौका नहीं छोड़ा, जिन्होंने इस परियोजना की शुरुआत की थी और वह उद्घाटन को लेकर पिछले कुछ दिनों से भारतीय जनता पार्टी सरकार को ताने मार रहे थे।
उन्होंने कहा कि इसके पहले परियोजना के उद्घाटन में कुछ लोग पहुंचे थे, लेकिन मंगलवार का कार्यक्रम बहुत भरा-भरा लग रहा है, क्योंकि यहां काफी सारे लोग आए हुए हैं।
बता दें कि समाजवादी पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने सोमवार को खुद ही लखनऊ मेट्रो के उद्घाटन का कार्यक्रम आयोजि किया था। उन्होंने मिठाइयां बांटी और अखिलेश यादव को लखनऊ को यह उपहार देने का श्रेय दिया।
इस कार्यक्रम में अखिलेश को आमंत्रित किया गया था। वहां कार्यक्रम में तो नहीं पहुंचे, लेकिन इस परियोजना के बारे में ट्विटर पर उन्होंने विचार व्यक्त किया, जिसकी शुरुआत उन्होंने की थी।
लखनऊ मेट्रो परियोजना को दो गलियारों, उत्तर-दक्षिण और पूर्व-पश्चिम में विभाजित किया गया है।
परियोजना के पहले चरण के लिए 6,928 करोड़ रुपये और दूसरे गलियारे पर 5,494 करोड़ रुपये लागत आने वाली है।
लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने आईएएनएस से कहा, “8.5 किलोमीटर के ट्रांसपोर्ट नगर और चारबाग खंड के बीच मेट्रो के प्राथमिकता गलियारे को केवल दो सालों में पूरा किया गया है, जो एक रिकॉर्ड है।”
उन्होंने कहा, “कोई और मेट्रो परियोजना अतीत में इस उपलब्धि को हासिल नहीं कर सकी है।”
मेट्रो परियोजना से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ” सभी नवीन उपायों के कारण लखनऊ मेट्रो पांच साल में परियोजना की पूरी लागत को हासिल करने में सक्षम होगी।”
–आईएएनएस
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