नोएडा | कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन लागू है, नोएडा में भी सब कुछ बंद हो गया है। यहां के 25 हॉटस्पॉट को भी चिन्हित किया गया है जो पूरी तरह से सील रहेंगे, ऐसे में भूखे लोगों को खाना खिलाने के लिए लगातार हाथ बढ़ रहे हैं, लेकिन पक्षियों के लिए आफत आ गई है। इनके बारे में सिर्फ एक इंसान सोच रहा है, और वह है शिव प्रकाश। शिव प्रकाश के सिर पर इस वक्त ढंग से खुद की छत नहीं है, लेकिन वो पक्षियों के खाने का इंतजाम कर रहा है और गौर करने वाली बात ये है कि जिन पक्षियों के लिए वो खाने का इंतजाम कर रहा है, वही पक्षी उसकी रोजी-रोटी की वजह है। दरअसल, लॉकडाउन से पहले ये पक्षियों के लिए दाना बेचा करते थे।
नोएडा के सेक्टर-94 में दलित प्रेरणा स्थल के पास हजारों कबूतर दाना खाने आते हैं। यहां पर शिव प्रकाश नाम का शख्स कबूतरों के लिए दाने बेचता है। लॉकडाउन से पहले सुबह से शाम तक सैकड़ों लोग शिव प्रकाश से दाना खरीदकर कबूतरों को खिलाते थे, जिससे उसकी रोजी- रोटी चलती थी, लेकिन इस समय इन कबूतरों को मुश्किल से ही कोई दाना खिला रहा है, जिससे न तो शिव प्रकाश की रोजी-रोटी ढंग से चल पा रही है और न ही कबूतरों को खाना मिल पा रहा है।
शिव प्रकाश ने बताया कि वह पिछले करीब 20 वर्षों से दिल्ली में रहा है और नोएडा में दाने बेचने का काम करता है। लॉकडाउन के बाद से उसकी आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गई है। कमाई की आस में उसे हर दूसरे दिन नोएडा आना पड़ता है। आने में दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। शिवप्रकाश ने सोचा है कि जहां वो दाना बेचता है, वहीं रात में भी गुजार लेगा।
शिव प्रकाश ने कहा, “अब जब बुरा वक्त आया तो मैं इन चिड़ियों का साथ नहीं छोड़ सकता। मैं रोज 10 से 15 किलो दाना इन हजारों कबूतरों को खिलाता हूं। जब मैं आज तक इन कबूतरों की वजह से भूखा नहीं सोया तो अब मैं कैसे इन्हें भूखा सोने दे सकता हूं।”
–आईएएनएस
और भी हैं
दिल्ली में कम नहीं हो रहा वायु प्रदूषण, 347 दर्ज किया गया औसत एक्यूआई
उपराज्यपाल ने राज निवास में पुनर्गठित एनडीएमसी के नए अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों को शपथ दिलाई
अकेला लड़ सकता हूं, लेकिन दिल्ली को बचाने के लिए आपकी मदद चाहिए : केजरीवाल