नई दिल्ली | लॉकडाउन-तीन के पहले दिन शाम के वक्त भी दिल्ली की सीमाओं पर मामूली जाम से हालात देखे गये। इनमें दिल्ली गुरुग्राम और दिल्ली नोएडा पर ज्यादा जाम रहा। हालांकि सोमवार को सुबह इन सीमाओं पर जो बदतर हालात थे, शाम को उतना जाम नहीं रहा। जबकि शाम करीब 6 बजे से 8 बजे तक दिल्ली-गाजियाबाद बार्डर (नेशनल हाईवे 9) पर भी ट्रैफिक रेंग-रेंग कर चलता दिखाई दिया।
सोमवार रात आईएएनएस से विशेष बातचीत में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के विशेष आयुक्त ताज हसन ने कहा, “सोमवार को जाम के से हालात कहीं नहीं थे। सीमाओं पर पुलिस पिकेट चैंकिंग के चलते ट्रैफिक धीमा जरुर हुआ। प्राइवेट दफ्तरों के खुलने से 20 फीसदी वाहनों की तादाद भी बार्डर्स के प्रवेश द्वारों पर बढ़ी। जोकि धीरे धीरे सामान्य ट्रैफिक में बदलती चली गयी। कुछ देर के लिए नेशनल हाईवे-8 (दिल्ली जयपुर हाईवे) दिल्ली गुरुग्राम बार्डर पर थोड़ी देर के लिए जाम लगा था। जाम भी वाहनों की तादाद ज्यादा होने की वजह से नहीं लगा। चूंकि दोनो तरफ (दिल्ली हरियाणा) की पुलिस पिकेट्स पर चैकिंग हो रही थी। इसलिए ट्रैफिक स्लो हुआ।”
कुछ सीमांत इलाकों में सोमवार शाम के वक्त ट्रैफिक स्लो था न कि जाम। यह सब आईएएनएस ने भी देखा। वजह वही सुबह वाली रही कि, सीमाओं पर दिल्ली, गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा पुलिस अपनी अपनी सीमा पर चौकसी के लिए मुस्तैद थी। दिल्ली से नोएडा बाया दल्लूपुरा गांव वाले प्रवेश निकास द्वार पर सुबह की तुलना में कम जाम रहा। यहां टोल पर भी कुछ वाहन खड़े देखे गये। धीरे धीरे यहां से ट्रैफिक निकलता रहा।
नोएडा अक्षरधाम रोड पर मौजूद सीमा पर शाम के वक्त अच्छा खासा जाम देखने को मिला। जाम की दो वजह थीं। पहली वजह टोल पर खड़े कुछ कामर्शियल वाहन। दूसरी वजह थी बार्डर पर चैकिंग के लिए लगाये गये पुलिस पिकेट/बैरीकेट्स। जिसके चलते वाहनों की कतार लंबी हो गयी। यहां वाहनों को एक दो मीटर की दूरी पर रोकने की वजह से भी कतार लंबी दिखाई दे रही थी।
इसी तरह महरौली गुरुग्राम मार्ग पर भी जाम की सी स्थिति बनी हुई थी। हांलांकि यहां भी जाम लंबा नहीं थी। मगर पुलिस जांच के चलते वाहनों की कतार जरुर लंबी थी। इसी के चलते ट्रैफिक भी स्लो था। कमोबेश यही हाल नेशनल हाईवे-8 पर देखा गया। यहां जाम के से हालात थे। यहां करीब एक किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा जाम लगा था। उस पर भी पुलिस बैरीकेट्स पर वाहनों की धीमी गति से चलते भी वाहन चालकों को परेशान होते देखा गया।
नेशनल हाईवे-9 दिल्ली गाजियाबाद बार्डर (किसान चौक) के नीचे भी कुछ धीमी गति वाहनों को रेंगते देखा गया। यहां शाम के वक्त गाजियाबाद से दिल्ली आने वाले वाहनों की संख्या, दिल्ली से गाजियाबाद जाने वालों की तुलना में काफी कम थी।
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त यातायात ताज हसन ने आईएएनएस को बताया, “राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ‘लॉकडाउन-3’ के पहले दिन कुछ सीमांत इलाकों में जो जाम सा लग रहा था देखने में, वास्तव वो जाम नहीं था। वाहनों की लंबी लाइन स्लो ट्रैफिक के कारण लग गयी थीं। सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करना जरुरी था। कोई वाहन बिना कर्फ्यू पास के या फिर कोई गैर-जरुरी इंसान और वाहन राजधानी में प्रवेश न कर जाये, सीमाओं पर दिल्ली पुलिस और ट्रैफिक पुलिस को इसका भी प्रबंध करना था। इसी जांच के चलते कुछ देर के लिए सिर्फ और सिर्फ गुरुग्राम बार्डर पर वाहनों की भीड़ लगी। मगर वो भी एक डेढ़ घंटे में खतम हो गयी।”
उन्होंने आगे कहा, “तीसरे लॉकडाउन के पहले दिन, बाकी दिनों की तुलना में बस अगर राजधानी की सड़कों और सीमाओं पर कोई फर्क पड़ा तो यह कि, वाहनों की संख्या एक अनुमान के मुताबिक 20 फीसदी तक बढ़ी हुई देखने को मिली। जोकि कोई बहुत ज्यादा नहीं कही जा सकती है।”
–आईएएनएस
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