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अपने प्रचार पर अरबों  खर्च कोविड मरीज़ों के लिये कुछ नहीं:माइनोरिटीज फ्रंट

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नई दिल्ली। आल इंडिया माइनोरिटीज फ्रंट के अध्यक्ष डॉ सैयद मोहम्मद आसिफ ने    कहा है कि दिल्ली में लगातार चटपट हो रही मौतों के लिए सीधे तौर पर केजरीवाल सरकार है। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीज़ों के लिए सरकार ने बीते एक वर्ष में एक भी अतिरिक्त अस्पतातल नहीं बनवाया। जिन अस्पतालों में कोविड मरीजों का इलाज हो रहा है ,उनकी हालत नर्क से बदतर हो चुकी है। कोरोना से मौत का शिकार  लोगों की लाशें कूड़े के ढेर की तरह जहां तहां पड़ी हैं। मरीज़ तड़प रहे हैं, रिश्तेदार बिलख रहे हैं। केजरीवाल सिर्फ लॉक डाउन जारी कर अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ रही है। डॉ आसिफ ने कहा कि केजरी सरकार ने दिल्ली पर राज करने का अपना नैतिक अधिकार खो दिया है।

उन्होंने कहा कि आत्मप्रशंसा का प्रचार करने पर अरबों रुपये जो खर्च किये है उस राशि से दिल्ली में कई स्थायी व अस्थायी अस्पताल बनाये जा सकते थे। शहर की साफ सफाई और सेनेटीजेशन पर पूरे वर्ष कोई ध्यान नहीं दिया। हर जगह कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन होता रहा, कही कोई  पुख्ता इंतेज़ाम नहीं किया। अब पानी सिर से ऊपर पहुंच तो बिन मास्क वाले गरीबों के दो दो हज़ार रुपये के चालान काटने शुरू कर दिए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल अजीब ओ गरीब मुख्यमंत्री है। पहले कहा कर्फ्यू नहीं लगाएंगे। फिर खुद कर्फ्यू  लगवा दिया। फिर कहा लॉक डाउन नहीं करेंगे अब लॉक डाउन लगा दिया। क्या उनके पास दिल्ली की वास्तविक जानकारी नहीं रहती है। वे आखिर मुख्यमंत्री क्यो हैं?

डॉ आसिफ ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सवाल किया है कि दिल्ली में  लाखों प्रवासी दैनिक मजदूर है क्या आपने उनके भोजन पानी का कोई इंतेज़ाम किया है। दिल्ली के गरीब इस लॉक डाउन में आखिर कैसे ज़िंदा रहेंगे। सरकार ने कोई जिम्मेदारी अब तक क्यों नहीं ली। फ्रंट के अध्यक्ष डॉ आसिफ ने दिल्ली के गरीब गुरबा और प्रवासी मजदूरों के किये तुरंत आर्थिक पैकेज व निशुल्क भोजन व्यवस्था किये जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर केजरीवाल सरकार ऐसी व्यवस्था न करे तो केंद्र सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए। डॉ आसिफ ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से भी अनुरिध किया है कि वे दिल्ली में सामान्य जीवन के लिए ठोस दिशा निर्देश दें।

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