लखनऊ। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यहां रविवार को दावा किया कि उनका मंत्रालय जल्द ही आतंकवाद, नक्सलवाद जैसी समस्याओं से निजात पा लेगा।
राजनाथ ने रविवार को गोमतीनगर एक्सटेंशन में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) लखनऊ के कार्यालय एवं आवासीय परिसर के उद्घाटन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि आज एनआईए के नाम से ‘टेरर फंडिंग’ करने वालों के दिल में दहशत होती है। यह एक स्वायत्तशासी संस्था है। इसमें किसी का हस्तक्षेप नहीं है।
उन्होंने कहा, “आतंकवाद से देश की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम पूरी कठोरता के साथ उठाए जा रहे हैं। शीघ्र ही हम आतंकवाद, नक्सलवाद इत्यादि जैसी समस्याओं से निजात पा लेंगे।”
राजनाथ ने कहा कि वर्ष 2009 से अस्तित्व में आई एनआईए आतंकवादी मामलों की पड़ताल बहुत ही वैज्ञानिक ढंग से करती है। इसने अब तक 165 मामलों में से 95 प्रतिशत मामलों को सुलझाया है, जिसमें से 94 प्रतिशत मामलों में दोषियों को सजा दिलाने में सफलता पाई है। उन्होंने कहा कि एनआईए एक ‘क्रेडिबिल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी’ है।
उन्होंने कहा कि अभी तक एनआईए का अपना कोई कार्यालय परिसर नहीं था। लखनऊ में निर्मित यह परिसर इस एजेंसी का पहला निजी कार्यालय तथा आवासीय परिसर है। इसकी स्थापना से अब इस एजेंसी की कार्य-कुशलता और बढ़ेगी।
राजनाथ ने कहा कि इस एजेंसी के गठन के बाद से नॉर्थ ईस्ट के उग्रवाद में 75 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि नक्सलवाद की घटनाओं में 40 प्रतिशत की कमी आई है। आतंकवाद और नक्सलवाद जैसी समस्याओं में फेक करेंसी की बहुत बड़ी भूमिका है। एनआईए इस समस्या के स्रोतों की जांच बहुत ही प्रभावी ढंग से कर रही है। ‘टेरर फंडिंग’ में लिप्त कई लोग अब इसकी गिरफ्त में हैं।
उन्होंने कहा कि एनआईए राज्य की इंटेलीजेंस तथा सुरक्षा एजेंसियों के साथ बेहतर तालमेल बनाते हुए काम करेगी और सूचनाएं भी साझा करेगी।
–आईएएनएस
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