अंकारा| सीरिया की सीमा के पास दक्षिण-पूर्वी तुर्की में सोमवार को रिक्टर पैमाने पर 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। इसमें कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई। गृह मंत्री सुलेमोन सोयलू ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि भूकंप का असर लेबनान, सीरिया और साइप्रस में भी महसूस किया गया। बीबीसी के मुताबिक पत्रकारों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि भूकंप ने गाजियांटेप, कहारनमारस, हटे, उस्मानिया, आदियामन, मलत्या, सानलिउर्फा, अदाना, दियारबाकिर और किलिस के 10 शहरों को प्रभावित किया।
23 मालट्या प्रांत में 23 मौतें हुईं, जबकि पूर्व में सानलिउर्फा में 17 मौतें दर्ज की गईं।
दियारबाकिर और उस्मानिया में भी लोग हताहत हुए हैं, लेकिन आधिकारिक संख्या का पता नहीं चल सका है।
सोयलू ने कहा, हमने चौथे स्तर का अलर्ट स्थापित किया है। यह एक ऐसा अलार्म है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय सहायता शामिल है।
मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है, क्योंकि कई इमारतें ढह गई हैं। मलबे में दबे लोगों की तलाश के लिए बचाव दलों को तैनात किया गया है।
इस बीच सीरियाई राज्य मीडिया ने भी देश में 42 लोगों की मौत की सूचना दी, लेकिन अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
तुर्की के भूकंप वैज्ञानिकों ने कहा कि 6.4 तीव्रता का दूसरा भूकंप कुछ ही मिनट बाद इस क्षेत्र में आया।
गौरतलब है कि तुर्की दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंप क्षेत्रों में से एक में स्थित है।
1999 में, देश के उत्तर-पश्चिम में आए एक शक्तिशाली भूकंप में 17,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
30 अक्टूबर, 2020 को इजमिर शहर में आए 7.0 तीव्रता के भूकंप से 117 लोगों की मौत हो गई।
–आईएएनएस
और भी हैं
सीएम आतिशी ने रोहिणी में नये स्कूल का उद्घाटन किया, कहा- ‘हर बच्चे को वर्ल्ड क्लास शिक्षा देना हमारा मकसद’
दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने जारी की उम्मीदवारों की पहली सूची
दिल्ली में प्रदूषण से हाल बेहाल, कई इलाकों में एक्यूआई 400 पार