केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री, डॉ. जितेंद्र सिंह ने नोटबंदी को शताब्दी का निर्णय करार दिया है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस निर्णय से न सिर्फ भारत की अर्थव्यवस्था सरल और कारगार बनेगी बल्कि इससे स्वच्छ आर्थिक प्रबंधन में भी क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा।
डॉ. जितेंद्र सिंह आज केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), राज्य भ्रष्टाचार निरोधी ब्यूरो (एसीबी) सर्तकता ब्यूरो और आर्थिक अपराध शाखा के 22 वें सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 8 नवम्बर को लिया गया निर्णय उनकी ईमानदारी और दृढ़ विश्वास से प्रेरित है जबकी इसका विरोध करने वाले इसको नाकाम करने के प्रति प्रेरित हैं क्योंकि उनके पास दिखाने के लिए कम और छुपाने के लिए ज्यादा है।
उन्होंने कहा कि भविष्य में 500 और 1000 रूपए के नोट को बंद करने से बैंक में जमाराशि में वृद्धि होगी बल्कि इससे काला धन को छुपाने और कानूनी राष्ट्रीय राजकोष को खाली करने की आदत में बदलाव से हमारे सामाजिक व्यवहार में भी परिवर्तन आएगा।
अपने संबोधन के दौरान डॉ. सिंह ने सीबीआई की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि गत दो वर्षों में केंद्र सरकार ने सीबीआई के कार्य में पूर्ण स्वतंत्रता सुनिश्चित की है जिससे सीबीआई बिना किसी भय या राजनीतिक दबाव के अपना काम कर सके।
इस अवसर पर डॉ.जितेन्द्र सिंह ने उत्कृष्ठ सेवा के लिए पुलिस अधिकारियों को भारतीय पुलिस पदक से सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में सीबीआई निदेशक श्री अनिल सिन्हा ने स्वागत भाषण दिया जबकि सीबीआई के विशेष निदेशक श्री वी.के दत्ता ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मुख्य सतर्कता आयुक्त श्री के. वी. चौधरी,सीबीआई के अपर निदेशक श्री वाई.सी.मोदी और विभिन्न पुलिस सेवाओं और राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
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