सैन फ्रांसिस्को: बड़े स्तर पर डेटा में सेंधमारी के बाद सोशल साइट फेसबुक के अबतक के सबसे बड़े विवाद में फंसने के साथ ही हर कोई एक ही सवाल कर रहा है कि कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मार्क जुकरबर्ग कहां हैं?
मामले में सिर्फ जुकरबर्ग ही चुप नहीं हैं, फेसबुक के सीओओ शेरिल सैडबर्ग भी खामोश हैं। शेरिल कंपनी के पीआर रणनीति का चेहरा हैं।
रिकोड में बुधवार को प्रकाशित रपट के मुताबिक, जुकरबर्ग का शुक्रवार को कर्मचारियों के साथ साप्ताहिक सवाल-जवाब सत्र में संबोधन का कार्यक्रम है और वह इस बैठक से पहले अपनी चुप्पी तोड़ सकते हैं।
आम तौर पर जुकरबर्ग या सैंडबर्ग फेसबुक के विवादों में फंसने पर लंबे ब्लॉग पोस्ट के साथ आते हैं, लेकिन इस बार उनकी चुप्पी बहुत गहरी है।
एक ब्रिटिश परामर्शदाता कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका के आरोपों के बाद फेसबुक भारी मुश्किलों का सामना कर रहा है। कैंब्रिज एनालिटिका ने फेसबुक पर पांच करोड़ फेसबुक उपभोक्ताओं के डेटा का इस्तेमाल बिना उनकी अनुमति के राजनेताओं के लिए करने का आरोप लगाया है। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व ब्रेक्सिट प्रचार अभियान भी शामिल हैं।
यूरोपीय संघ (ईयू) व ब्रिटिश सांसदों की मांग है कि सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक को व्यक्तिगत डेटा का बड़े स्तर पर राजनीतिक उद्देश्यों के लिए दुरुपयोग होने के खुलासे के बाद डेटा सेंधमारी पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।
ब्रिटिश सांसदों ने जुकरबर्ग को पहले की सुनवाई में समिति को गुमराह करने के बाद मौखिक गवाही देने के लिए बुलाया है।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने आरोपों पर चिंता जताई कि कैंब्रिज एनालिटिका ने लाखों फेसबुक उपभोक्ताओं के डेटा का बिना अधिकार के चुनाव प्रचार में फायदा उठाया है।
फेसबुक ने पहले ही कैंब्रिज एनालिटिका को अपने प्लेटफार्म से निलंबित कर दिया है।
सोशल मीडिया दिग्गज ने कबूल किया है कि करीब 2,70,000 लोगों ने एप को डाउनलोड किया और इसके साथ अपनी निजी जानकारियां साझा की हैं।
हालांकि, कंपनी ने सभी गलतियों से इनकार किया और जोर देकर कहा कि वह डेटा प्राप्त करने व इसका इस्तेमाल करने में सही प्रक्रियाओं का पालन करती है।
–आईएएनएस
और भी हैं
संभल की घटना पर बोली कांग्रेस, ‘योगी राज में कोई सेफ नहीं’
एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में महायुति को बहुमत, एमवीए को झटका
मध्य प्रदेश की पहली मेडिसिटी का उज्जैन में भूमि पूजन