नई दिल्ली (आईएएनएस)| निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले के दोषियों में से एक विनय ने अपनी मौत की सजा के खिलाफ गुरुवार को दिल्ली की एक अदालत में याचिका दायर की। 1 फरवरी को सुबह 6 बजे उसे फांसी दी जानी है। मामले में विनय छह अन्य आरोपियों के साथ शामिल था। इनमें से एक नाबालिग था, इसलिए उसे किशोर अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया गया। वहीं अन्य आरोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। विनय सहित चार आरोपियों को अदालत ने दोषी माना और उन्हें मौत की सजा सुनाई है।
16 दिसंबर, 2012 को हुई इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। छह आरोपियों ने 23 वर्षीय महिला के साथ चलती बस में मिलकर दुष्कर्म किया था और उसकी बुरी तरफ पिटाई की थी। बाद में छात्रा की मौत हो गई थी।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ए.के. जैन ने लंच के बाद की सुनवाई के लिए मामला रख लिया है।
बचाव पक्ष के वकील ए.पी. सिंह ने दायर अर्जी में अदालत से तिहाड़ जेल अधिकारियों को दया याचिका और अन्य कानूनी उपायों के निर्धारण तक दोषियों की फांसी पर रोक लगाने का निर्देश देने की मांग की।
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