कोलकाता| पश्चिम बंगाल के कई जिलों में चक्रवाती तूफान अम्फान के आने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि इस चक्रवात में कम से कम 72 लोगों की जान चली गई है, और राज्य के बड़े हिस्से में कई लोग बेघर हो गए हैं। यहां इस तूफान से बहुत सी चीजें प्रभावित हुई है, जिनमें बिजली, इंटरनेट कनेक्शन और संचार के अन्य साधन शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य का दौरा करने और प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण में मदद करने का आग्रह किया।
राज्य सचिवालय नबन्ना में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा, “चक्रवात अम्फान से मरने वाले लोगों की कुल संख्या 72 है। इसमें 57 मौतें जिलों में हुई हैं और 15 कोलकाता में। इससे भारी नुकसान हुआ है। यह कोरोनोवायरस महामारी से भी बुरा है।”
उन्होंने कहा कि बुधवार को छ: घंटे लगातार आए चक्रवाती तूफान के कारण राज्य के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर खंभे गिर जाने के कारण बिजली कट गई है, जबकि टेलीफोन और मोबाइल कनेक्शन भी कई हिस्सों में बंद हैं।
यह कहते हुए कि चक्रवाती तूफान के कारण सब कुछ तहस-नहस हो गया, मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का अनुरोध किया है, खासतौर से बंगाल की खाड़ी और आसपास के तटीय इलाकों का।”
बनर्जी ने यह भी कहा कि वह जल्द ही प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगी।
बनर्जी ने कहा, “हम जल्द ही पुनर्निर्माण का काम शुरू करेंगे। कोलकाता और उत्तर और दक्षिण 24 परगना के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर खंभे गिर जाने के कारण बिजली कट गई है, जबकि टेलीफोन और मोबाइल कनेक्शन भी कई हिस्सों में बंद हैं।”
चक्रवात अम्फान ने बुधवार शाम लगभग 155-165 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से लेकर 185 किमी तक की रफ्तार से बांग्लादेश के पूर्वी मिदनापुर, दीघा और हटिया द्वीप समूह के बीच पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तट को सुंदरबन क्षेत्र में पार किया था।
चक्रवाती चूफान ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया और इसका एक हिस्सा भीषण तूफान और भारी वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त हो गया।
कोलकाता के कई पड़ोसी इलाकों और इसके जुड़वा शहर हावड़ा में भारी बारिश हुई, जिसके कारण इन इलाकों में पानी भर गया। इससे कई इमारतें ढह गई, कई पेड़ गिर गए, बिजली के खंभे गिर गए।
चक्रवात अम्फान से दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिलों को काफी नुकसान हुआ है।
मुख्यमंत्री ने अपनी भावना व्यक्त करने के लिए ट्विटर का भी सहारा लिया।
उन्होंने ट्वीट में लिखा, “चक्रवात अम्फान हमारे अनुमान से भी ज्यादा तबाही का निशान छोड़ गया है। बंगाल संकट के इस समय में एकजुट खड़ा है। हम साथ मिलकर इससे बाहर निकलेंगे, क्योंकि कुछ भी बंगाल के लोगों की भावना और ताकत को कम नहीं कर सकता है।”
–आईएएनएस
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