नई दिल्ली : राज्यसभा संसद राकेश सिन्हा ने राहुल गाँधी के बारे में ट्वीट करते हुए लिखा है कि “बीजिंग से लेकर रावलपिंडी किसी का भी सहारा RahulGandhi लेे सकते हैं narendramodi का विरोध करने के लिए। विपक्ष का यह नया संस्करण भारतीय राजनीति में आया है।” उन्होंने लिखा कि कांग्रेस और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के बीच में जो समझौता हुआ था उसे गलवा घाटी की बर्बर घटना के बाद क्यों नहीं तोड़ा ?
.@RahulGandhi जी कांग्रेस और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के बीच में जो समझौता हुआ था उसे गलवा न घाटी की बर्बर घटना के बाद क्यों नहीं तोड़ा ?
— Prof Rakesh Sinha MP ( Modi Ka Parivar ) (@RakeshSinha01) June 18, 2020
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उन्होंने यह भी कहा की उन्हें बंदूक चलाना नहीं आता है पर शहादत देना ज़रूर आता है।
इसके आगे वह कहते हैं “कांग्रेस और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के बीच में जो समझौता हुआ था उसे क्यों नहीं तोड़ा ?”
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तिब्बत को चीन को भेंट देना बड़ी गलती थी। दुनिया में तिब्बत की आजादी के लिए जनमत तैयार फिर से करेंगे। जब तक तिब्बत गुलाम है तब तक दुनिया में उपनिवेशवाद है।
— Prof Rakesh Sinha MP ( Modi Ka Parivar ) (@RakeshSinha01) June 16, 2020
सिन्हा ने लोगो से अपील की कि हमे चीन के सामानों, सेवाओं और संस्थाओं का बहिष्कार करना होगा!
1907 में विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार स्वतंत्रता आंदोलन का कार्यक्रम तो था ही देशभक्ति का एक प्रतीक भी था। 113 साल के बाद 2020 में नव -साम्राज्यवादी चीन के सामानों, सेवाओं और संस्थाओं का बहिष्कार आज की देशभक्ति का प्रतीक होगा।
— Prof Rakesh Sinha MP ( Modi Ka Parivar ) (@RakeshSinha01) June 17, 2020
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