नई दिल्ली/लखनऊ | गैंगस्टर विकास दुबे के कानपुर में शुक्रवार को मुठभेड़ में मारे जाने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) के जरिए दुबे द्वारा जमा की गई संपत्तियों के विवरण जुटाने शुरू कर दिए हैं। दिल्ली में इस मामले से जुड़े ईडी के एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि एजेंसी दुबे की संपत्तियों के ब्योरे जुटाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस के संपर्क में है।
सूत्र ने कहा कि दुबे ने विभिन्न राज्यों में कई बड़ी संपत्ति इकट्ठा की थी और एजेंसी को कई शहरों में दुबे के 11 भवनों और 16 फ्लैटों के बारे में जानकारी मिली है। इसके अलावा कई जमीनों को ‘बेनामी’ लेनदेन के माध्यम से खरीदा गया है।
लखनऊ में ईडी के एक अन्य सूत्र ने कहा कि दुबे के अलावा एजेंसी राज्य में अन्य गैंगस्टरों की संपत्तियों के विवरण भी जुटा रही है।
उन्होंने कहा कि एजेंसी लखनऊ, कानपुर, आजमगढ़ और अन्य जिलों के बदमाशों की उत्तर प्रदेश पुलिस से सूची एकत्र कर रही है।
सूत्र ने आगे खुलासा किया कि एजेंसी को राज्य पुलिस से ऐसे गैंगस्टरों के खिलाफ एफआईआर और आरोप पत्र प्राप्त हुए हैं।
कानपुर का कुख्यात अपराधी विकास दुबे शुक्रवार सुबह पुलिस के साथ हुई एक कथित मुठभेड़ में मारा गया था। पुलिस के अनुसार, जब वह उसे मध्य प्रदेश के उज्जैन से कानपुर लेकर आ रहे थे तो कानपुर के बाहरी इलाके में उनकी गाड़ी पलट गई, जिसके बाद दुबे ने गाड़ी से निकलकर भागने की कोशिश की। इसके साथ ही पुलिस ने कहा कि दुबे ने पुलिसकर्मी की पिस्तौर छीनकर उन पर हमला करने की कोशिश भी की, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।
–आईएएनएस
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