नई दिल्ली। केंद्रीय कौशल विकास मंत्री महेन्द्र नाथ पांडे ने कहा कि डिजिविद्यापीठ के माध्यम से देश में डिजिटल शिक्षा को बढ़ाने देने की एक नई मुहिम शुरू की गई है। केंद्र सरकार लगातार डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को बढ़ावा दे रही है। इसके चलते आज देश के युवा डिजिटल माध्यमों से अपना कौशल तो बढ़ा ही रहे हैं, रोजगार भी चला रहे हैं। साथ ही देश सेवा के लिए भी इस क्षेत्र में आगे भी आ रहे हैं।
आनलाइन प्लेटफार्म डिजिविद्यापीठ के आरंभ होने के मौके पर जारी संदेश में पांडे ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि जब भी कोई युवा डिजिटल क्षेत्र में कोई नई पहल कर देश सेवा के लिए आगे आता है तो बेहद प्रशन्नता और संतोष प्राप्त होता है। उन्होंने डिजिविद्यालपीठ की सफलता उम्मीद व्यक्त की।
डिजिविद्यापीठ एक ऐसा उपक्रम है जो युवाओं को अपनी क्षमता विकास के लिए आनलाइन प्लेटफार्म उपलब्ध कराता है। इसके जरिये तीन तरह के पाठयक्रम आरंभ किये गए हैं। एक डिजिटल मार्केटिंग, दूसरा पर्सनल फाइनेंस मैनेजमेंट तथा तीसरा साफ्ट स्किल जिसमें पर्सनालिटी डवलपमेंट आदि शामिल है। यह बेहद किफायती है।
डिजिविद्यापीठ के प्रमुख प्रदीप खत्री ने बताया कि यह कम अवधि के कोर्स हैं जिन्हें मोबाइल या कमप्यूटर के जरिये लोग सीख सकते हैं। लेकिन ये बहुद्देश्यीय हैं। जैसे रोजगार हासिल करने, रोजगार शुरू करने, क्षमता बढ़ाने आदि। इसी प्रकार ये नौकरीपेशा, व्यवसाई और छात्र सभी के लिए यह उपयोगी साबित होंगे।
और भी हैं
संभल की घटना पर बोली कांग्रेस, ‘योगी राज में कोई सेफ नहीं’
एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में महायुति को बहुमत, एमवीए को झटका
मध्य प्रदेश की पहली मेडिसिटी का उज्जैन में भूमि पूजन