पटना: हिंदी के लोकप्रिय कवि एवं ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता केदारनाथ सिंह के निधन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्घांजलि दी। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा, “केदारनाथ सिंह हिंदी के सुप्रसिद्घ साहित्यकार थे। साल 2013 में हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उनकी सेवाओं के लिए उन्हें साहित्य के सबसे बड़े सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार और व्यास सम्मान सहित कई सम्मानों से पुरस्कृत किया गया था।”
उन्होंने आगे कहा कि वह बिहार राजभाषा पुरस्कार चयन समिति के अध्यक्ष भी थे। बिहार से उनका गहरा नाता रहा है। साहित्य के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए उन्हें बिहार के दिनकर सम्मान एवं विद्यापति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। सरल भाषा में जीवन की जटिलताओं को अभिव्यक्ति करने की उनकी अनूठी शैली थी।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ के निधन से साहित्य खासकर हिन्दी साहित्य के क्षेत्र को अपूरणीय क्षति हुई है।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों, अनुयायियों एवं प्रशंसकों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
गौरतलब है कि मशहूर साहित्यकार केदारनाथ सिंह का दिल्ली के एम्स अस्पताल में सोमवार रात को निधन हो गया था। वह 84 वर्ष के थे।
–आईएएनएस
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