नई दिल्ली: युवा सलामी बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी का मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का 10वां संस्करण उनके खेल में बदलाव लेकर आया और वह पहले से ज्यादा आत्मविश्वासी खिलाड़ी बनकर मैदान पर उतरने लगे हैं।
राहुल पिछले सीजन में राइजिंग पुणे सुपरजाएंट के लिए खेले थे, लेकिन इस बार पुणे नहीं है और राहुल दो साल बाद लीग में वापसी कर रही पूर्व विजेता राजस्थान रॉयल्स के साथ खेलेंगे। राजस्थान ने राहुल को 3,40,000 रुपये में खरीदा है।
राहुल ने आईएएनएस से फोन पर साक्षात्कार में कहा कि पिछले आईपीएल में खेलने के बाद उनके आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी हुई है।
राहुल ने कहा, ” मेरे दिमाग में रहता है कि बस मैं रन बनाऊं। यह एक बदलाव मेरे में पिछले आईपीएल से आया कि मैं थोड़ा सा आक्रामक हो गया हूं और मेरे अंदर आत्मविश्वास आ गया है। अब मेरी स्ट्रोक मेकिंग ज्यादा हो गई है। आपको हर समय अपने खेल में सुधार करना होता है तो यह एक बदलाव पिछले आईपीएल से मुझ में आया।”
राहुल ने पिछले आईपीएल में जिस आक्रामकता से बल्लेबाजी की उसकी सभी ने तारीफ की थी। राहुल का मानना है कि टी-20 प्रारूप है ही ऐसा की सलामी बल्लेबाज को आक्रामक होकर खेलना होता है।
बकौल राहुल, “टी-20 काफी आक्रामक प्रारुप होता है क्योंकि आपके पास सिर्फ 20 ओवर होते हैं, और जब आप ओपनिंग करते हो तो आपको लगता है कि आप टीम को अच्छी शुरुआत दें और पावर प्ले में अच्छे स्ट्राइक रेट से रन बनाए। तो यह आक्रामकता आ जाती है क्योंकि परिस्थिति के हिसाब से खेलना होता है। तो यह आक्रामकता अपने आप आ जाती है।”
राजस्थान की टीम में कई वही खिलाड़ी हैं जो पुणे में थे। पिछले सीजन में पुणे की कप्तानी करने वाले स्टीवन स्मिथ इस सीजन राजस्थान के कप्तान होंगे।
राहुल से जब पूछा गया कि बेशक टीम नई है लेकिन कुछ खिलाड़ी वही हैं जो पुणे में थे, तो इसे वह कैसे देखते हैं? इस पर राहुल ने कहा, “पांच-छह खिलाड़ी वही हैं। कप्तान वही हैं, जिनके साथ में पुणे में खेला था। उनके अलावा जयदेव (उनादकट) हैं, रहाणे (अजिंक्य) हैं जिनके साथ मैंने ओपनिंग की थी, तो जाहिर सी बात है जान पहचान वाले खिलाड़ियों के साथ खेलने का एक अलग उत्साह रहता है। ऐसे में आप उन लोगों के साथ काफी सहज होते हो क्योंकि आपने उनके साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया होता है। आपको वो जानते हैं, कप्तान भी आपको जानते हैं। तो यह अच्छा रहता है।”
राजस्थान को पहला आईपीएल खिताब दिलाने वाले कप्तान आस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी लेग स्पिनर शेन वार्न इस बार टीम के मेंटॉर हैं।
वॉर्न के बारे में राहुल ने कहा, “शेन वार्न से काफी कुछ सीखने को मिलेगा। उनके अनुभव साझा करने से। वो क्या सोचते हैं। इन बातों से काफी कुछ सीख सकता हूं। ऐसे दिग्गज खिलाड़ियों की छोटी-छोटी बातों में भी काफी कुछ होता है तो आपको काफी आगे ले जा सकता है।”
राहुल का मानना है कि पिछले सीजन में महेंद्र सिंह धौनी के साथ रहते हुए भी उन्होंने काफी कुछ सीखा।
महाराष्ट्र के लिए खेलने वाले राहुल ने कहा, “धौनी से मिलना सपने के सच होने जैसा था। उनसे काफी कुछ सीखा। मैं जब भी कोई पारी खेल कर आता तो वो हमेशा बताते थे कि इसको ऐसे कर, अब ऐसा कर अब वैसा कर। उनके साथ काफी मजा आया था। उन्होंने यह भी बताया था कि मैं अपने खेल में कैसे सुधार करूं।”
पिछले सीजन में अच्छा प्रदर्शन करने वाले कई खिलाड़ी भारतीय टीम में जगह बनाने में सफल रहे हैं, जिनमें मोहम्मद सिराज, वॉशिंगटन सुंदर के नाम शामिल हैं। राहुल से जब पूछा गया कि उनको भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए अपने आप में क्या सुधार करने की जरूरत है।
राहुल ने इस पर कहा, “अंतिम लक्ष्य भारत के लिए खेलना होता है। मेरा भी यही लक्ष्य है। मुझे इसके लिए और निरंतर अच्छा प्रदर्शन करना होगा। जैसे अगर मैं सौ कर रहा हूं तो मुझे उसे दोहरे शतक में बदलना होगा। अगर मैं और निरंतर प्रदर्शन करता रहूंगा तो मुझे लगता है कि मैं भारतीय टीम, इंडिया-ए में जा सकता हूं। ऐसा नहीं है कि दूसरे लोग चले गए हैं, मैं क्यों नहीं। मैं इस बात पर ध्यान नहीं देता। मैं जो सर्वश्रेष्ठ कर सकता हूं, मैं उस बात पर ध्यान देता हूं।”
इस आईपीएल में भारतीय टीम उनके दिमाग में रहेगी, इस पर राहुल ने कहा, “आईपीएल बड़ा मंच है जहां लोग आपको देखते हैं। तो अगर आप यहां अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो आप अपने आप को साबित करते हैं। बेशक मेरी कोशिश रहेगी कि मैं अच्छा प्रदर्शन कर अपनी दावेदारी मजबूत करूं।”
–आईएएनएस
और भी हैं
महिला टी20 विश्व कप : भारत ने अहम मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 151 पर रोका
तीसरा टी20 : भारत ने 133 रन की धमाकेदार जीत के साथ किया बांग्लादेश का क्लीन स्वीप
महिला टी20 विश्व कप: भारत ने पाकिस्तान को 6 विकेट से पीटा