इस्तांबुल(आईएएनएस)| तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा है कि अंकारा द्वारा प्रवासियों के यात्रा करने के लिए अपने दरवाजे खोलने के बाद 18,000 प्रवासी तुर्की की सीमाओं को पार कर यूरोप पहुंच चुके हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की में इस समय सीरिया के 37 लाख प्रवासियों के साथ-साथ अफगानिस्तान जैसे अन्य देशों के प्रवासी रुके हुए हैं। यूरोपीय संघ (ईयू) से एक करार के तहत तुर्की सरकार ने प्रवासियों को पहले यूरोप के लिए रवाना होने से रोक दिया था।
एर्दोगन ने लेकिन ईयू पर वादे तोड़ने का आरोप लगाया।
बीबीसी ने एर्दोदन के शनिवार को यहां दिए बयान के हवाले से कहा, “हमने महीनों पहले कहा था कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो हमें रास्ते खोलने होंगे। उन्हें हमपर विश्वास नहीं था, लेकिन हमने कल (शुक्रवार को) दरवाजे खोल दिए।”
उन्होंने कहा कि लगभग 18,000 प्रवासी शनिवार सुबह तक यूरोप में प्रवेश कर चुके थे।
उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में यह संख्या 25,000 से 30,000 तक पहुंच सकती है। उन्होंने हालांकि अपने दावों की पुष्टि के लिए कोई साक्ष्य नहीं दिया।
उन्होंने कहा, “हम आगामी समय में ये दरवाजे बंद नहीं करेंगे और यह जारी रहेगा। क्यों? ईयू को अपने वादे निभाने की जरूरत है। हमें इतने शरणार्थियों को खाना खिलाकर उनकी देखभाल नहीं करनी है।”
यूनानी सरकार ने इस बीच कहा कि उसने ग्रीस में प्रवेश करने के 4,000 प्रयासों को असफल कर दिया था।
बीबीसी ने सरकार के प्रवक्ता स्टेलियोस पेट्सास के शनिवार के बयान के हवाले से कहा, “सरकार अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए सब कुछ करेगी।”
शनिवार को बाद में यूनानी पुलिस तथा प्रवासियों के बीच झड़प हो गई। इसके बाद यूनानी प्रशासन ने भीड़ को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
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